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बुधवार, 4 मार्च 2020

DISK OPRATING SYSTEM : DOS



डिस्क ऑपरेटिंग सिस्टम (DISK OPRATING SYSTEM)

DISK OPRATING SYSTEM
Comond prompt in Hindi

यह एक सिंगल यूजर ऑपरेटिंग सिस्टम होता है। दूसरी भाषा में कहें तो यह एक प्रकार का सी यू आई (CUI) अर्थात कैरेक्टर यूजर इंटरफेस ऑपरेटिंग सिस्टम होता है इसे सबसे पहले आईबीएम कंपनी (IBM) में कार्यरत बिल गेट्स के द्वारा निर्मित किया गया था जिसे आईबीएम कंप्यूटर (IBM COMPUTER) के लिए प्रयोग किया जाता था।
उस समय डास को पीसी डॉस (PC DOS) के नाम से जाना जाता था। दरअसल बात यह थी कि तब केवल डास आईबीएम के कंप्यूटर में ही प्रयोग किया जाता था। इस समस्या का समाधान करने के लिए बिल गेट्स ने आईबीएम कंपनी रिजाइन करके अपनी खुद की कंपनी माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन के नाम से खोली और उस समय उन्होंने दो प्रकार के ऑपरेटिंग सिस्टम बनाएं-
1. PC-DOS
2. MS-DOS


पीसी डास (PC DOS) आई बी एम कंपनी द्वारा प्रयोग किया जाने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम था, वहीं एमएस डॉस (MS DOS) अन्य कंपनियों द्वारा बनाए गए कंप्यूटरों में प्रयोग किया जाने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम है। इस ऑपरेटिंग सिस्टम के बनने से अन्य कम्प्यूटर निर्माता कंपनियों में होड़ लग गई और इसकी डिमांड भी बहुत हद तक बढ़ गई थी जिसके चलते विभिन्न प्रकार की कंपनियों के कंप्यूटर बाजार में उपलब्ध हो गए और उनकी बिक्री में चार चांद लग गए।

कमांड प्रांप्ट में काम करना:

इसे खोलने के लिए-
Start button >All programs >Accessories> comond prompt

आइए सीखते हैं कि कमांड प्राम्प्ट में किस प्रकार से काम किया जाता है?
कमाण्ड प्राम्पट को खोलते ही आपके PC में प्राम्पट कुछ इस तरह दिखाई देता है- C:\>_
इसका मतलब है कि आप जो भी काम करेंगे वह आपकी सी ड्राइव अर्थात हार्डडिस्क मे सुरक्षित होगा। इसे आप बदल भी सकते हैं उदाहरण के लिए आप फ्लापी डिस्क में अपना डाटा सुरक्षित करना चाहते हैं तो आपको निम्नलिखित को टाइप करना होगा-
c:\>a और इन्टर बटन को दबाते हैं अब आपका कर्सर a:\> दिखाई देगा। इसका मतलब है आप जो भी काम करेंगे वह फ्लापी में सुरक्षित होगा।

डिस्क ड्राइव को चुनने के बाद आप आपके सामने सबसे बडी समस्या होगी कि अब कैसे काम करें तो आइए सबसे पहले एक उदाहरण को समझते हैं-
✔ मान लीजिए आप और आपके दो मित्र एक ही कक्षा में पढते हैं और शिक्षक ने आप सभी को विज्ञान विषय में भौतिक(physics), रसायन(chemistry) तथा जीव(biology) विज्ञान में फाइल बनाने को कहा है तो आप सभी क्या करेंगे? जी हाँ सही सोचा कि सभी लोग एक-एक फाइल बनाएँगे और उसी में भौतिक, रसायन तथा जीव विज्ञान के विषय में एक-एक लेख लिखेंगे।
ठीक ऐसे ही समझिये कि आपको अगर यही फाइल कम्प्यूटर पर बनानी हो, वह भी कमाण्ड प्राम्पट में। तो कैसे बनाएँगे। अब समझते हैं-
माना आपका नाम "x" तथा आपके मित्र "y" व "z"
है अब आप सबसे पहले आप अपने-अपने नाम की एक-एक डायरेक्टरी बनानी होगी ।
डायरेक्टरी बनाने की कमाण्ड md :
C:\> md x
(And than click on enter butten)
इसी प्रकार आपके अन्य मित्रों ने भी -
C:\> md y
C:\> md z

अब आपकी डायरेक्टरी बन चुकी है डायरेक्टरी का मतलब होता है अपनी मेमोरी को कई भागों में बांटना।
अब आप सभी की डायरेक्टरी बन चुकी हैं तो बेशक आप डायरेक्टरी में जाना चाहेंगे तो डायरेक्टरी में जाने के लिए c:\> cd directory name
C:\> cd a
(And than click on enter butten)
इसे टाइप करते ही आप डायरेक्टरी में आ जाएंगे। और आपको कुछ इस तरह c:\a> दिखाई देगा। अब आपको अपनी डायरेक्टरी में भौतिकी, रसायन व जीव विज्ञान की तीन फाइल बनानी हैं तो इसके लिए एक-एक करके तीनों फाइल बनाते है और उसमे अपने कन्टेन्ट को लिखते हैं।
C:\a> copy con physics
(And than click on enter button.)
आपका कर्सर नीचे की पंक्ति में प्रदर्शित होगा। आप यहीं से अपने नोट्स लिखना आरंभ करें।

File Save करना :

लिखने के उपरान्त उसे सुरक्षित करने के लिए ( ^Z ) CTRL+ Z लिख कर ENTER बटन दबाएं। अब आपको एक मैसेज दिखाई देखा - One file copied!


बस हो गई आपकी फाइल तैयार। इसी तरह आप अब अपनी chemistry और biology की फाइल लिख लें।
अब आपके मित्र भी इसी प्रक्रिया को दोहराएंगे और फाइल तैयार करेंगे।

✔फाइल को खोलना (How open file):

किसी भी फाइल में लिखे लेख को देखने के लिए सबसे पहले अपनी डायरेक्टरी में जाएं तदोपरान्त Type कमाण्ड टाइप करके जिस फाइल को खोलना है उसका नाम लिखें (याद रहे स्पेलिंग गलत होने पर फाइल नहीं खुलेगी)।
👉C:\directory name>type file name
(And than click on enter)


अगर आपको समझने में समस्या आ रही है या अन्य जानकारी के लिए हमारी नजदीकी शाखा में सम्पर्क करें- www.iceedu.in अथवा www.myiceindia.org



कमांड प्राम्प्ट में काम करने के लिए हमें कमांड याद रखनी होती हैं।

जैसा कि आप जानते हैं कि बिना कमांड के कमांड प्रॉन्प्ट काम नहीं करता तो कमांड हमें याद रखनी होती हैं। कमांड प्राम्पट में कमांड दो प्रकार की होती हैं- इंटरनल कमांड और एक्सटर्नल कमांड।
इंटरनल कमांड: कुछ निम्न प्रकार है-
1. DIR
2. MD or MKDIR
3. CD
4. TYPE
5. DEL
6. COPY
7. CLS
8. DATE
9. TIME
10. COPY CON
11. ^Z


आइयेे अब विस्तार सेे समझते हैं-

1. DIR: DIR कमाण्ड का प्रयोग करके आप कम्प्यूटर में बनी सभी डायरेक्टरी तथा सब डायरेक्टरी की सूची प्रदर्शित हो जाएगी।
2. MD: इस कमाण्ड का प्रयोग करके डायरेक्टरी बनाई जाती है। इसके लिए आपको "md_directory name" type करके इन्टर बटन दबाना होगा।
3. CD : इस कमाण्ड के माध्यम से आप किसी डायरेक्टरी में जा सकते हैं या बाहर आ सकते हैं ।
👉 ध्यान दें -
डायरेक्टरी में जाने के लिए cd लिखने के बाद जिस डायरेक्टरी में जाना चाहते हैं उसका नाम लिखें।
=> "cd_directory name" टाइप करके इन्टर दबाएं।
डायरेक्टरी से बाहर आने के लिए cd comond के बाद Back slace लगाएं -
=> "cd\ " और इन्टर बटन पर क्लिक करें।
4. TYPE: इस कमाण्ड के द्वारा लिखे गए लेख को देख पाएंगे।
TYPE लिखने के बाद उस फाइल का नाम लिखे जिसे आप देखना चाहते हैं और इन्टर करें ।
5. DEl : कमाण्ड के द्वारा आप किसी भी लेख को मिटा सकते हैं । इसके लिए del लिखने के बाद उक्त फाइल का नाम लिखें।
6. Copy : कमाण्ड के द्वारा आप किसी भी फाइल को कापी करके किसी दूसरे फोल्डर अथवा मेमोरी में ले जा सकते हैं।
7. CLS: कमाण्ड के द्वारा आप किसी समय स्क्रीन को साफ कर सकते हैं।
इसके लिए बस केवल cls लिखकर इण्टर दबाएं।
8. DATE: इस कमाण्ड से आप कम्प्यूटर की वर्तमान तारीख डाल सकते हैं ।
9. TIME : कमाण्ड के द्वारा आप किसी भी समय अपने कम्प्यूटर का वर्तमान समय प्रदर्शित करा सकते हैं।
10. COPY CON: इस कमाण्ड के द्वारा आप अपनी डायरेक्टरी या सब डायरेक्टरी में किसी भी फाइल के लिखने का कार्य करते हैं ।
C:\> COPY CON_"FILENAME"

11. ^Z : इस कमाण्ड के द्वारा आप किसी भी फाइल को सुरक्षित करते हैं अपनी मेमोरी में।




आशा है कि आप को DOS समझ में आया होगा, ऐसे ही अन्य नोट्स या माकटेस्ट देने के लिए सम्पर्क करें 



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